भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाने जा रहा है। देश, दुनिया के सबसे बड़ेradio telescope, SKAO (Square Kilometre Array Observatory) प्रोजेक्ट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत, पुणे में एक डाटा सेंटर बनाया जाएगा, जो पूरे मिशन के डाटा को प्रोसेस करेगी।
SKAO Project में 16 देशों का गठबंधन:

SKAO प्रोजेक्ट 16 देशों के गठबंधन द्वारा शुरू किया गया है, जिसमें भारत भी शामिल है। यह प्रोजेक्ट रेडियो तरंगों का उपयोग करके ब्रह्मांड का अध्ययन करने के लिए दुनिया भर में कई टेलीस्कोपों का एक नेटवर्क स्थापित करेगा।
इस नेटवर्क का कुल क्षेत्रफल एक वर्ग किलोमीटर होगा, जो इसे अब तक का सबसे बड़ा radio telescope बना देगा।
भारत की भूमिका:
भारत Square Kilometre Array Observatoryप्रोजेक्ट में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। देश पुणे में एक data center का निर्माण करेगा, जो पूरे मिशन के डाटा को प्रोसेस करेगा। यह data center दुनिया का सबसे बड़ा और शक्तिशाली data centers में से एक होगा। इसके अलावा, भारत telescope के निर्माण और संचालन में भी योगदान देगा।
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Research and Development:

SKAO project भारत में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा। इस project के तहत, देश में कई नए वैज्ञानिक और अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा, SKAO प्रोजेक्ट भारत को वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा।
SKAO Project एक खास प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य ब्रह्मांड के बारे में हमारी समझ में क्रांति लाना है। इस प्रोजेक्ट के माध्यम से, वैज्ञानिक ब्रह्मांड की उत्पत्ति और विकास, सितारों और ग्रहों के निर्माण, और संभावित रूप से बाहरी जीवन के बारे में नए ज्ञान प्राप्त करने की उम्मीद करते हैं।
SKAO प्रोजेक्ट भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह प्रोजेक्ट न केवल देश को अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद करेगा, बल्कि अनुसंधान और विकास को भी बढ़ावा देगा।